नई दिल्ली, 20 नवंबर
टेक्नोलॉजी की बड़ी कंपनी गूगल ने गुरुवार को भारत के लिए एक बड़ा सेफ्टी-फर्स्ट रोड मैप बताया, जिसमें बच्चों, टीनएजर्स और बड़े-बुज़ुर्गों को अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्रोटेक्शन की कोशिशों के सेंटर में रखा गया है।
इसमें आगे कहा गया है कि स्कैम डिटेक्शन फीचर डिफ़ॉल्ट रूप से बंद रहता है, यह सिर्फ़ अनजान नंबरों (सेव किए गए कॉन्टैक्ट्स नहीं) से आने वाली कॉल्स पर लागू होता है, पार्टिसिपेंट्स को बताने के लिए एक बीप करता है, और इसे यूज़र बंद कर सकता है।
US कंपनी ने APAC (एशिया-पैसिफिक) के पांच बड़े थिंक टैंक और यूनिवर्सिटीज़ को AI के मौकों और चुनौतियों पर ज़रूरी रिसर्च करने और अच्छी बातचीत को बढ़ावा देने के लिए $1 मिलियन देने का भी ऐलान किया।
गूगल इंडिया की कंट्री मैनेजर प्रीति लोबाना ने कहा, "हम सेफ्टी के लिए 360-डिग्री अप्रोच अपना रहे हैं, जिसमें ऑन-प्रोडक्ट और ऑन-क्लाउड प्रोटेक्शन, डिजिटल लिटरेसी को मिलाकर यूज़र्स को जानकारी और अवेयरनेस दी जा रही है।"