नई दिल्ली, 16 मई
भारतीय चीनी एवं जैव-ऊर्जा निर्माता संघ (ISMA) ने शुक्रवार को कहा कि भारत का 2024-25 चीनी सीजन लगभग 261 से 262 लाख टन शुद्ध चीनी उत्पादन के साथ समाप्त होने का अनुमान है, जिससे घरेलू मांग को पूरा करने के लिए 52 लाख टन का आरामदायक बफर स्टॉक बचेगा।
ISMA के बयान में बताया गया कि उत्पादन में चालू सीजन में मई के मध्य तक उत्पादित 257.44 लाख टन चीनी के अलावा तमिलनाडु और कर्नाटक में विशेष पेराई सीजन से अनुमानित 4 से 5 लाख टन चीनी शामिल है।
इस्मा ने कहा, "इस सीजन की शुरुआत 80 लाख टन के शुरुआती स्टॉक के साथ हुई। 280 लाख टन की अनुमानित घरेलू खपत और 9 लाख टन तक के निर्यात अनुमानों को देखते हुए, अंतिम स्टॉक लगभग 52-53 लाख टन रहने की संभावना है। यह एक आरामदायक बफर को दर्शाता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि देश के पास अपनी घरेलू चीनी मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त चीनी स्टॉक है।"
चालू सीजन के दौरान 30 अप्रैल, 2025 तक लगभग 27 लाख टन चीनी को इथेनॉल उत्पादन के लिए डायवर्ट किया गया है। इस्मा ने आगे कहा कि शेष सीजन में अतिरिक्त 6 से 7 लाख टन डायवर्ट किए जाने की उम्मीद है। नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि 15 मई, 2025 तक, चालू 2024-25 चीनी सीजन में चीनी उत्पादन 257.44 लाख टन तक पहुंच गया है, देश भर में दो चीनी मिलें अभी भी काम कर रही हैं। ये दो चालू मिलें तमिलनाडु में स्थित हैं, जहां मुख्य पेराई सीजन अभी भी चल रहा है।