भोपाल, 23 मई
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को गढ़चिरौली जिले में महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान चार माओवादी ढेर हो गए।
गुरुवार दोपहर को यह अभियान शुरू किया गया, जिसमें कवांडे में नए स्थापित फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी) के पास माओवादी समूहों की मौजूदगी के बारे में ठोस खुफिया जानकारी मिली थी।
इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए, 300 कमांडो वाली 12 सी-60 टीमें, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक इकाई के साथ कवांडे और नेलगुंडा से मिशन पर निकलीं और लगातार बारिश के बावजूद इंद्रावती नदी की ओर बढ़ीं।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को भोर होते ही सुरक्षा बल व्यवस्थित तरीके से इलाके की सुरक्षा कर रहे थे और नदी के किनारों की तलाशी ले रहे थे, तभी अचानक माओवादियों ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
सी-60 कमांडो ने तुरंत जवाब दिया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच भीषण गोलीबारी हुई, जो करीब दो घंटे तक चली।
अधिकारियों ने बताया कि जब लड़ाई शांत हुई, तो इलाके की गहन तलाशी ली गई, जिसके परिणामस्वरूप चार माओवादी शव मिले।
तलाशी में कई हथियार और आपूर्ति भी मिली, जिसमें एक स्वचालित सेल्फ-लोडिंग राइफल, दो .303 राइफल, एक भारमार बंदूक, वॉकी-टॉकी, कैंपिंग गियर और माओवादी साहित्य शामिल हैं।
यह मुठभेड़ दो दिन पहले ही छत्तीसगढ़ में एक बड़ी कार्रवाई के बाद हुई है, जहां सुरक्षा बलों ने निर्णायक रूप से 27 माओवादियों को मार गिराया, जिसमें उनके शीर्ष कमांडर बसवराजू भी शामिल थे।