नई दिल्ली, 16 जून
270,000 से अधिक लोगों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं में दिन में काम करने वाली महिलाओं की तुलना में मध्यम या गंभीर अस्थमा होने की संभावना अधिक होती है।
हालांकि, ERJ ओपन रिसर्च में प्रकाशित अध्ययन में पुरुषों में अस्थमा और नाइट शिफ्ट में काम करने के बीच ऐसा कोई संबंध नहीं पाया गया। पुरुषों में अस्थमा का जोखिम इस बात पर निर्भर नहीं करता कि वे दिन में काम करते हैं या रात में।
केवल नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं में केवल दिन में काम करने वाली महिलाओं की तुलना में मध्यम या गंभीर अस्थमा होने की संभावना लगभग 50 प्रतिशत अधिक होती है।
यूके के मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के डॉ. रॉबर्ट मेडस्टोन ने कहा, "अस्थमा महिलाओं को असमान रूप से प्रभावित करता है। महिलाओं में आमतौर पर अस्थमा अधिक गंभीर होता है, और पुरुषों की तुलना में अस्थमा के कारण अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु की दर अधिक होती है।" उन्होंने कहा, "शिफ्ट में काम करने और अस्थमा के बीच संबंधों में लिंग अंतर का मूल्यांकन करने वाला यह पहला अध्ययन है।
हमने पाया कि स्थायी नाइट शिफ्ट में काम करने वाले कर्मचारियों में इसी तरह के दिन के काम करने वाले कर्मचारियों की तुलना में मध्यम-गंभीर अस्थमा की संभावना अधिक थी।" यह अध्ययन पिछले शोध पर आधारित है जिसमें नाइट शिफ्ट में काम करने वाले कर्मचारियों में मध्यम या गंभीर अस्थमा का अधिक जोखिम पाया गया था।