पटना, 28 जून
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव को खुली बहस की चुनौती दी है, जिसमें उनसे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में उनके (तेजस्वी के) कार्यकाल के दौरान की गई नियुक्तियों का डेटा पेश करने को कहा है।
पांडे ने तेजस्वी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व और निर्देशन में किए गए भर्ती प्रयासों का श्रेय लेने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
पांडे ने कहा, "आज जो भी सकारात्मक काम हुआ है, उसका श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश को जाता है, तेजस्वी यादव को नहीं।"
पांडे की टिप्पणी पटना के बापू सभागार में एक कार्यक्रम के दौरान आई, जहां 21,391 लोगों को कांस्टेबल के पद के लिए नियुक्ति पत्र दिए गए।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले महीने ही स्वास्थ्य विभाग में 9,000 से अधिक नियुक्तियां की गईं, शिक्षा, गृह और अन्य विभागों में भी इसी तरह की बड़े पैमाने पर नियुक्तियां की जा रही हैं।
पांडे ने कहा, "बिहार में रोजगार उपलब्ध कराने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है, जिसका लाभ युवाओं को मिलेगा।" मतदाता सूची के पुनरीक्षण में दस्तावेजों की अनिवार्यता पर तेजस्वी की आपत्ति का जवाब देते हुए पांडे ने कहा, "ये वही लोग हैं जो कभी नहीं चाहते थे कि चुनाव पारदर्शी हों। 1990 से 2005 तक का समय देखिए, जब फर्जी मतदाता वोट डालते थे और असली मतदाता घर पर रहते थे।"