नई दिल्ली, 2 जुलाई
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को यहां की एक अदालत को बताया कि कांग्रेस पार्टी अब बंद हो चुके नेशनल हेराल्ड अखबार की करीब 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति हड़पना चाहती थी।
ईडी का प्रतिनिधित्व कर रहे अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) एसवी राजू ने राउज एवेन्यू कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया कि यंग इंडियन लिमिटेड बनाने की साजिश रची गई थी - जिसमें कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी बहुसंख्यक हिस्सेदार हैं - अखबार की विशाल संपत्ति पर नियंत्रण हासिल करने के उद्देश्य से पार्टी नेतृत्व को व्यक्तिगत रूप से लाभ पहुंचाने के लिए।
एएसजी राजू ने कहा कि नेशनल हेराल्ड के मूल प्रकाशक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) के साथ किए गए "फर्जी लेन-देन" में कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल थे। ईडी के अनुसार, व्यक्ति फर्जी किराए की रसीदों के साथ वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारियों के निर्देश पर कई वर्षों से धोखाधड़ी से अग्रिम किराया भुगतान कर रहे थे।
विशेष न्यायाधीश (पीसी एक्ट) विशाल गोगने कथित नेशनल हेराल्ड धन शोधन मामले की दैनिक आधार पर सुनवाई कर रहे हैं और केंद्रीय एजेंसी तथा सोनिया और राहुल गांधी, कांग्रेस ओवरसीज प्रमुख सैम पित्रोदा और सुमन दुबे सहित प्रस्तावित आरोपियों की ओर से प्रस्तुत दलीलों पर सुनवाई कर रहे हैं।