श्री फतेहगढ़ साहिब/12 जुलाई :
(रविंदर सिंह ढींडसा)
देश भगत विश्वविद्यालय ने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ और आईआईटी रोपड़ की संयुक्त पहल, PI-RAHI के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करके एक रणनीतिक साझेदारी की है। इस समझौता ज्ञापन पर PI-RAHI के निदेशक डॉ. रजत संधीर और डी.बी.यू.के अनुसंधान एवं विकास संकायाध्यक्ष डॉ. परवीन बंसल ने औपचारिक रूप से हस्ताक्षर किए।
यह समझौता PI-RAHI द्वारा हाल ही में आयोजित "सिन-फार्मा" कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण परिणाम है, और इसकी संकल्पना राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता डॉ. जतिंदर कौर अरोड़ा के दूरदर्शी नेतृत्व में की गई है, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से महिला सशक्तिकरण में अपने अभूतपूर्व योगदान के लिए जानी जाती हैं। इस पहल को देश भगत विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ. ज़ोरा सिंह का भी उत्साहजनक समर्थन प्राप्त हुआ।यह समझौता ज्ञापन अनुसंधान, नवाचार और वैश्विक क्षमता निर्माण में सहयोगात्मक प्रयासों की रूपरेखा प्रस्तुत करता है। अंतर्राष्ट्रीय संबंध निदेशक श्री अरुण मलिक और मुख्य परिचालन अधिकारी सुश्री नेहा जैसे प्रमुख व्यक्तियों ने इस सहयोग के अंतर्राष्ट्रीय आयामों पर ज़ोर देकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।बैठक के दौरान, डॉ. जतिंदर कौर अरोड़ा ने टीमों को नामीबिया, घाना, केन्या और तंजानिया जैसे अविकसित देशों में क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के माध्यम से अपने सहयोगात्मक प्रयासों का विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे वैश्विक शैक्षणिक और वैज्ञानिक सहयोग मज़बूत हो सके।
देश भगत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. हर्ष सदावर्ती ने इस संयुक्त पहल के लिए पूर्ण समर्थन व्यक्त किया। साझेदारी के अगले चरण के रूप में, डीबीयू और पीआई-आरएएचआई आयुष उद्योग पर केंद्रित एक बैठक की सह-मेजबानी करेंगे, जिसमें वर्तमान चुनौतियों का समाधान किया जाएगा और ऐसे सहयोगात्मक समाधान खोजे जाएँगे जो शिक्षा जगत, उद्योग और उपभोक्ताओं के बीच की खाई को पाट सकें।
यह समझौता ज्ञापन नवाचार को बढ़ावा देने, शैक्षणिक-उद्योग संबंधों को मज़बूत करने और साझा दृष्टिकोण एवं विशेषज्ञता के माध्यम से वैश्विक पहुँच का विस्तार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।