नई दिल्ली, 21 अगस्त
गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया प्रशांत (APAC) क्षेत्र में वाणिज्यिक लीजिंग मांग में भारत का योगदान लगभग 70 प्रतिशत और 2025 की पहली छमाही (वर्ष 2025 की पहली छमाही) में नई आपूर्ति में 48 प्रतिशत होगा, जिससे यह इस क्षेत्र में अग्रणी कार्यालय बाजार बन जाएगा।
वाणिज्यिक रियल एस्टेट फर्म कोलियर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि के दौरान नई आपूर्ति में मुख्यभूमि चीन, भारत और सिंगापुर का योगदान लगभग 80 प्रतिशत रहा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में ग्रेड A कार्यालय स्थान की मजबूत मांग, अधिभोगियों के निरंतर विस्तार, वैश्विक क्षमता केंद्र (GCC) की सतत गतिविधि और विविध मांग आधार के कारण है।
विशेष रूप से घरेलू मांग अच्छी स्थिति में है, जो देश के शीर्ष 7 शहरों में 3.13 मिलियन वर्ग मीटर के कुल लीजिंग क्षेत्र का 46 प्रतिशत है।