नई दिल्ली, 10 अक्टूबर
शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही) में भारत में प्रतिभूतिकरण कारोबार लगभग 73,000 करोड़ रुपये तक पहुँच गया।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए के अनुसार, यह पिछले वर्ष की इसी अवधि (वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही) में दर्ज लगभग 70,000 करोड़ रुपये की तुलना में अच्छी वृद्धि दर्शाता है।
हालाँकि, इस वृद्धि की संरचना बाजार की गतिशीलता में एक उल्लेखनीय बदलाव को दर्शाती है।
पिछले वर्ष की वृद्धि मुख्य रूप से एक बड़े बैंक की महत्वपूर्ण गतिविधियों के कारण हुई थी। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि चालू तिमाही में यह वृद्धि कुछ बड़े कॉर्पोरेट लेनदेन के कारण अधिक विविध आधार के कारण हुई है।