वित्त मंत्रालय की ‘मई 2025 के लिए मासिक आर्थिक समीक्षा’ में शुक्रवार को कहा गया कि वित्त वर्ष 26 के पहले दो महीनों के उच्च आवृत्ति संकेतक भू-राजनीतिक स्थिति में घरेलू अर्थव्यवस्था के लचीले प्रदर्शन का संकेत देते हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर, भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए परिदृश्य सकारात्मक बना हुआ है।
अर्थव्यवस्था अशांत वैश्विक माहौल के बीच लचीलापन प्रदर्शित करती है, जिसे मजबूत घरेलू मांग, मुद्रास्फीति के दबाव में कमी, लचीले बाहरी क्षेत्र और स्थिर रोजगार स्थिति का समर्थन प्राप्त है।
आर्थिक समीक्षा में कहा गया कि "वित्त वर्ष 26 में सकारात्मक प्रक्षेपवक्र जारी रहता प्रतीत होता है, जिसमें प्रारंभिक उच्च आवृत्ति संकेतक (एचएफआई) संकेत देते हैं कि आर्थिक गतिविधि लचीली बनी हुई है। ई-वे बिल उत्पादन, ईंधन की खपत और पीएमआई सूचकांक जैसे एचएफआई निरंतर लचीलेपन का संकेत देते हैं।"