नई दिल्ली, 5 मई
मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी. अनंथा नागेश्वरन ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि मौजूदा संकेतक दर्शाते हैं कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था उच्च विकास पथ पर आगे बढ़ रही है।
अशोका विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में बोलते हुए नागेश्वरन ने कहा, "चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है। वित्त वर्ष 2025 के लिए अंतिम आंकड़े मई में उपलब्ध होंगे, लेकिन मौजूदा संकेतक दर्शाते हैं कि हम अच्छी प्रगति कर रहे हैं।"
देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार ने विनिर्माण और लघु एवं मध्यम उद्यमों में वृद्धि के साथ ऊर्जा सामर्थ्य और ऊर्जा संक्रमण रोजगार सृजन को देश के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के रूप में सूचीबद्ध किया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, शिक्षा और देश के कार्यबल का कौशल विकास विकास को गति देगा।
उन्होंने व्यापक आर्थिक स्थिरता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया, जिसमें मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखना शामिल है, जबकि देश आगे बढ़ने के साथ समावेशी विकास को लक्षित करना है।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में 2047 तक एक विकसित, उच्च आय वाला देश बनने के भारत के दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, "पिछले तीन दशकों में, भारत ने 6.5 प्रतिशत की निरंतर वार्षिक वृद्धि दर हासिल की है, और मुझे लगता है कि यह एक प्रभावशाली उपलब्धि है। यह भारत में संस्थागत चपलता और एक निश्चित संस्थागत परिपक्वता दोनों को दर्शाता है।"
बेरी ने कहा कि वैश्विक उथल-पुथल भारत के लिए अवसर पैदा कर सकती है। उन्होंने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत द्वारा अपने जनसांख्यिकीय लाभांश, प्रौद्योगिकी और भू-राजनीतिक बदलावों का लाभ उठाने की क्षमता पर प्रकाश डाला।