पटना, 6 मई
बिहार के वैशाली जिले के लालगंज थाना अंतर्गत कमालपुर गांव में मंगलवार सुबह दो समूहों के बीच हिंसक झड़प के बाद तनाव व्याप्त हो गया, जिसमें एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
यह अशांति स्थानीय युवक धर्मेंद्र पंडित (25) पुत्र गोपाल पंडित से जुड़ी घटना के बाद शुरू हुई, जिसे 24 अप्रैल को एक निजी ठेकेदार रोजगार का वादा करके कोलकाता ले गया था।
हालांकि, धर्मेंद्र की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसकी कोई जानकारी नहीं है।
परिवार के सदस्यों के अनुसार, रविवार को उन्हें ठेकेदार से एक संकटपूर्ण कॉल आया, जिसमें धर्मेंद्र की मौत की सूचना दी गई। जब परिवार कोलकाता पहुंचा, तो ठेकेदार का पता नहीं चला और उसने पुलिस कार्यवाही और पोस्टमार्टम के दौरान कोई मदद नहीं की।
उससे संपर्क करने का असफल प्रयास करने के बाद, परिवार धर्मेंद्र के शव के साथ वैशाली लौट आया।
वापस लौटने पर, पीड़ित परिवार ने ठेकेदार के घर के सामने शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया और जवाब मांगा।
तनाव तेजी से बढ़ गया और दोनों पक्षों से सैकड़ों लोग एकत्र हो गए तथा लाठी-डंडों और पत्थरों से मारपीट शुरू हो गई, जिससे एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।