नई दिल्ली, 22 मई
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने विश्व पर्यावरण दिवस से पहले प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिए गुरुवार को राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया।
विश्व पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को मनाया जाता है और इस साल इसका थीम है प्लास्टिक प्रदूषण को हराना। यह दिन पर्यावरण संरक्षण के लिए वैश्विक जागरूकता और कार्रवाई को प्रोत्साहित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख मंच के रूप में कार्य करता है।
जन-आंदोलन अभियान ‘एक राष्ट्र, एक मिशन: प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करें’ पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह देश की प्रमुख पहल - मिशन लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवनशैली) के साथ भी जुड़ा हुआ है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अभियान-पूर्व वीडियो लॉन्च करते हुए कहा, "इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों को पर्यावरण के अनुकूल विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित करना है, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन लाइफ के तहत कल्पना की है। आइए, सतत जीवन शैली को अपनाकर और प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करके सामूहिक रूप से जागरूकता से कार्रवाई की ओर बढ़ें।" यादव ने लोगों से प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिए सतत जीवन शैली को अपनाकर जागरूकता से कार्रवाई की ओर बढ़ने का आग्रह किया। अभियान के मुख्य क्षेत्रों में प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में जागरूकता और वकालत; एकल-उपयोग प्लास्टिक सहित प्लास्टिक कचरे के उपयोग और उत्पादन को कम करना; पृथक्करण, संग्रह, निपटान और पुनर्चक्रण के माध्यम से प्लास्टिक कचरे का प्रबंधन करना; और एकल-उपयोग प्लास्टिक के लिए स्थायी विकल्पों के विकास को बढ़ावा देना शामिल है। यह अभियान प्लास्टिक प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूकता पैदा करने और पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों को अपनाने को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य सामुदायिक शिक्षा, व्यवहार परिवर्तन पहल और टिकाऊ सामग्रियों में नवाचार के माध्यम से लोगों को अधिक पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली की ओर प्रेरित करना है। इस अभियान में सोशल मीडिया अभियान, नुक्कड़ नाटक, सार्वजनिक प्रतिज्ञा, पोस्टर और निबंध प्रतियोगिताएं तथा मैराथन जैसी गतिविधियां शामिल होंगी।
समुद्र तटों, पार्कों, नदियों के किनारों, परिसरों, पर्यटन स्थलों, रेलवे स्टेशनों और ग्रामीण क्षेत्रों आदि में सफाई अभियान भी चलाए जाएंगे।