नई दिल्ली, 24 मई
दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर के निकट नशीली दवाओं के विरुद्ध चलाए गए अभियान में एक दवा दुकान के मालिक, एक मेडिकल प्रतिनिधि और तीन अन्य को बिना किसी बिल या प्रिस्क्रिप्शन के दवाइयों की आपूर्ति करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया, यह जानकारी दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को दी।
एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (क्राइम) के पुलिस उपायुक्त अपूर्व गुप्ता ने बताया कि आरोपियों के पास से ट्रामाडोल के 2,360 कैप्सूल, कोडीन आधारित कफ सिरप की 135 बोतलें और पांच मोबाइल फोन जब्त किए गए।
आरोपियों की पहचान मनीष भटले (26), देवेंद्र (57), निखिल उर्फ गुन्नू (28), अंकित गुप्ता (40) और कपिल (28) के रूप में हुई है।
12 मई को दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, श्री राम इंस्टीट्यूट के पास यूनिवर्सिटी रोड से सब्जी मंडी घंटाघर, मलका गंज निवासी मनीष भटले की गिरफ्तारी के साथ इस रैकेट का भंडाफोड़ हुआ।
डीसीपी गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तारी के समय वह अपने दोनों हाथों में दो प्लास्टिक की बोरियां पकड़े हुए था।
एक प्लास्टिक की बोरी में कैप्सूल (डाइसाइक्लोमाइन एचसीआई, ट्रामाडोल एचसीआई और एसिटामिनोफेन) के 10 डिब्बे थे, जिनकी कुल मात्रा 2,360 कैप्सूल (118 ग्राम) थी और दूसरी प्लास्टिक की बोरी में 100 मिली कोडीन-आधारित सिरप (24 ग्राम कोडीन) की 120 बोतलें थीं।
पुलिस ने बताया कि उसके पास कोई बिल या प्रिस्क्रिप्शन नहीं था और वह दवाओं के स्रोत के बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दे सका।
पुलिस ने बताया कि एएनटीएफ टीम के साथ मौजूद ड्रग इंस्पेक्टर डॉ. स्वप्निल पाटिल ने पुष्टि की कि बरामद दवाओं के बिल या प्रिस्क्रिप्शन के साथ बिल न ले जाना एनडीपीएस एक्ट के तहत अवैध है।
पुलिस ने बताया कि मनीष भटले से पूछताछ के बाद पुलिस ने मेडिकल स्टोर के मालिक देवेंद्र और निखिल को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि उनसे पूछताछ के बाद जांचकर्ता अंकित गुप्ता तक पहुंचे, जो दवा की थोक दुकान रवि मेडिकेयर का मालिक है।
पुलिस ने बताया कि मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव कपिल इस मामले में 15 मई को वीना एन्क्लेव, नांगलोई से गिरफ्तार किया गया आखिरी व्यक्ति था। कपिल ने खुलासा किया कि ये दवाएं उसे दिल्ली के उद्योग नगर निवासी राकेश ने मुहैया कराई थीं, जो अभी भी फरार है। पूरे ऑपरेशन की निगरानी विशेष पुलिस आयुक्त, अपराध देवेश चंद्र श्रीवास्तव, संयुक्त पुलिस आयुक्त, अपराध सुरेंद्र सिंह और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, अपराध मंगेश कश्यप ने की।