नई दिल्ली, 16 जून
AI-संचालित अध्ययन के अनुसार, 1980 के बाद से वैश्विक रुमेटीइड गठिया के बोझ में वृद्धि के पीछे वृद्ध आबादी में वृद्धि के साथ-साथ धूम्रपान में वृद्धि भी है।
रुमेटीइड गठिया एक पुरानी ऑटोइम्यून बीमारी है जो मुख्य रूप से जोड़ों को प्रभावित करती है, जिससे दर्द, सूजन और अकड़न होती है।
एनल्स ऑफ द रुमेटिक डिजीज में प्रकाशित नए विश्लेषण में बीमारी के बोझ में महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक असमानताओं और बिगड़ती असमानताओं का विवरण दिया गया है।
निष्कर्षों से पता चला कि जनसांख्यिकीय उम्र बढ़ने, जनसंख्या वृद्धि और असमान स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे ने क्षेत्रों में रुमेटीइड गठिया के बोझ को अलग-अलग तरीके से बढ़ाया है।
ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज (GBD) के डेटा का उपयोग करते हुए, अध्ययन ने 1980 से 2021 तक 953 वैश्विक से स्थानीय स्थानों तक फैले सबसे बड़े स्पैटियोटेम्पोरल रुमेटीइड गठिया डेटासेट को एक नए डीप लर्निंग फ्रेमवर्क के साथ एकीकृत किया।
इससे पता चला कि 1980 से 2021 तक, वैश्विक रुमेटीइड गठिया का बोझ बढ़ता रहा। यह वृद्धि युवा आयु समूहों और दुनिया भर में भौगोलिक स्थानों की एक विस्तृत श्रृंखला के बीच महत्वपूर्ण थी।