नई दिल्ली, 31 अक्टूबर
एक नए अध्ययन के अनुसार, जिन वृद्धों के रक्तचाप में व्यापक उतार-चढ़ाव होता है, उनमें मस्तिष्क के सिकुड़ने और तंत्रिका कोशिका क्षति का जोखिम बढ़ सकता है।
जर्नल ऑफ़ अल्ज़ाइमर डिज़ीज़ में प्रकाशित इस अध्ययन से पता चलता है कि रक्तचाप में अल्पकालिक "गतिशील अस्थिरता" - जो कुछ ही मिनटों में मापा जाने वाला क्षण-दर-क्षण परिवर्तन है - स्मृति और संज्ञान के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मस्तिष्क के ऊतकों के क्षय के साथ-साथ तंत्रिका कोशिका क्षति के रक्त बायोमार्कर से भी जुड़ा है।
दक्षिणी कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय के लियोनार्ड डेविस स्कूल ऑफ़ जेरोन्टोलॉजी के डैनियल नेशन ने कहा, "हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि औसत रक्तचाप सामान्य होने पर भी, एक धड़कन से दूसरी धड़कन तक अस्थिरता मस्तिष्क पर दबाव डाल सकती है।"