नई दिल्ली, 27 जून
वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) टूल विकसित किया है जो ट्यूमर के भीतर सेलुलर विविधता का मानचित्रण करके कैंसर के उपचार में क्रांति ला सकता है।
समाचार एजेंसी ने बताया कि यह नवाचार ऑन्कोलॉजी में ट्यूमर की विविधता से निपटता है, जहां विभिन्न कोशिका आबादी उपचार प्रतिरोध और पुनरावृत्ति का कारण बनती है।
अमेरिका में येल स्कूल ऑफ मेडिसिन के सहयोग से सिडनी स्थित गारवन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा विकसित AAnet AI टूल, एकल कैंसर कोशिकाओं में जीन गतिविधि का अध्ययन करने के लिए गहन शिक्षण का उपयोग करता है।
यह ट्यूमर के भीतर पाँच अलग-अलग कोशिका प्रकारों को खोजता है, जिनमें से प्रत्येक का अपना व्यवहार और फैलने का जोखिम होता है। बहुराष्ट्रीय शोध दल ने कहा कि इससे डॉक्टरों को पुराने तरीकों की तुलना में कैंसर को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलती है, जिसमें सभी ट्यूमर कोशिकाओं का एक जैसा इलाज किया जाता था।
अध्ययन की सह-वरिष्ठ लेखिका तथा गारवन इंस्टीट्यूट की एसोसिएट प्रोफेसर क्रिस्टीन चैफर ने कहा, "विविधता एक समस्या है, क्योंकि वर्तमान में हम ट्यूमर का उपचार इस प्रकार करते हैं, जैसे कि वे एक ही कोशिका से बने हों। इसका अर्थ है कि हम एक ऐसी थेरेपी देते हैं, जो एक विशेष तंत्र को लक्षित करके ट्यूमर में अधिकांश कोशिकाओं को नष्ट कर देती है। लेकिन सभी कैंसर कोशिकाएं उस तंत्र को साझा नहीं कर सकती हैं।"