जयपुर, 26 जुलाई
राजस्थान के झालावाड़ जिले का पिपलोदी गाँव शनिवार को उस समय गहरे शोक में डूब गया जब स्कूल की इमारत ढहने की घटना में जान गंवाने वाले सात बच्चों में से छह का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया।
एक बच्चे को अंतिम संस्कार के लिए पास के गाँव चांदपुरा भीलन ले जाया गया। सुबह-सुबह जैसे ही छह बच्चों के शव पिपलोदी पहुँचे, चीख-पुकार मच गई। शोक का सन्नाटा हृदय विदारक चीखों से टूट गया, जब शोकाकुल परिवार और ग्रामीण इन नन्हे-मुन्नों को अंतिम विदाई देने के लिए एकत्रित हुए।
पुलिस अधीक्षक और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में सुबह 5:00 बजे शव परिजनों को सौंप दिए गए। मनोहर थाना अस्पताल से मृतकों को अलग-अलग वाहनों में उनके घर पहुँचाया गया। शवों के पहुँचने पर गाँव का माहौल गमगीन हो गया और हर घर में मातम छा गया। शवों के पहुँचने से पहले ही अंतिम संस्कार की तैयारियाँ शुरू हो गई थीं।
शवों को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में घटनास्थल के पास स्थित श्मशान घाट ले जाया गया। कान्हा और मीना के शवों को एक ही अर्थी पर एक साथ ले जाते हुए एक दुखद क्षण सामने आया। सभी छह बच्चों का अंतिम संस्कार श्मशान घाट पर पाँच चिताओं पर किया गया। मृतकों के पिताओं ने चिताओं को अग्नि दी और जैसे-जैसे लपटें उठती गईं, उनकी आँखों से आँसू बहने लगे।