गांधीनगर, 22 अगस्त
पिछले 24 घंटों में पूरे गुजरात में भारी बारिश जारी रही, 33 जिलों के 212 तालुकाओं में बारिश दर्ज की गई।
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, वलसाड के पारडी तालुका में सबसे अधिक 4 इंच बारिश दर्ज की गई, उसके बाद धरमपुर में 3 इंच, जबकि खेरवागाम (नवसारी), कपराडा (वलसाड) और तलोद (साबरकांठा) में 2 इंच से अधिक बारिश हुई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मछुआरों को चेतावनी जारी करते हुए सलाह दी है कि वे खराब मौसम के कारण 22 से 25 अगस्त तक गुजरात के तटीय क्षेत्रों में समुद्र में न जाएँ।
अब तक, राज्य में औसतन 681.14 मिमी बारिश हुई है, जो इस मौसम के कुल बारिश के कोटे का 77.24 प्रतिशत है।
दक्षिण गुजरात 80.51 प्रतिशत मौसमी वर्षा के साथ सबसे आगे है, उसके बाद कच्छ (80.26 प्रतिशत), सौराष्ट्र (77.39 प्रतिशत), उत्तर गुजरात (75.87 प्रतिशत) और पूर्व-मध्य गुजरात (73.40 प्रतिशत) का स्थान है।
जलाशयों में जल स्तर बढ़ गया है, और गुजरात की जीवन रेखा माने जाने वाले नर्मदा बांध में अब 80.84 प्रतिशत क्षमता भर गई है।
राज्य भर में, 206 अन्य जलाशय अपनी क्षमता के 75.74 प्रतिशत तक भर चुके हैं। अधिकारियों ने 73 बांधों को हाई अलर्ट, 35 को अलर्ट और 16 को चेतावनी के तहत रखा है। मानसून के कारण बड़े पैमाने पर लोगों को निकाला जा रहा है।
1 जून, 2025 से अब तक लगभग 5,205 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा चुका है, जबकि 900 नागरिकों को बचाया गया है।