नई दिल्ली, 26 अगस्त
अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस एक दुर्लभ संक्रमण है जो हमारे पर्यावरण में स्वाभाविक रूप से रहने वाले कुछ मस्तिष्क भक्षी अमीबाओं के कारण होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने मंगलवार को कहा कि जलवायु, तापमान और शहरी जल ठहराव केरल में इसके बढ़ने के प्रमुख कारण हैं।
अमीबिक एन्सेफलाइटिस एक दुर्लभ लेकिन घातक केंद्रीय तंत्रिका तंत्र संक्रमण है जो मीठे पानी की झीलों और नदियों में पाए जाने वाले मुक्त-जीवित अमीबा, नेगलेरिया फाउलेरी, जिसे मस्तिष्क भक्षी अमीबा भी कहा जाता है, के कारण होता है।
अमीबिक एन्सेफलाइटिस दो प्रकार का होता है, प्राथमिक अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (पीएएम) और ग्रैनुलोमेटस अमीबिक एन्सेफलाइटिस (जीएई)।
केरल में इस वर्ष अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस के 41 मामले सामने आए हैं और राज्य में वर्तमान में 18 सक्रिय मामलों का इलाज चल रहा है।