नई दिल्ली, 4 सितंबर
जीएसटी परिषद द्वारा 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत के अप्रत्यक्ष कर स्लैब को समाप्त करके केवल 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत के स्लैब रखने का निर्णय एक मौन लेकिन गहरा प्रभाव डालने वाला सुधार है जो उपभोक्ता भावना को बढ़ावा देगा और शेयर बाजार की दिशा तय करेगा, गुरुवार को एक रिपोर्ट में कहा गया है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "यह मौजूदा कार्यकाल में सरकार का पहला बड़ा सुधार उपाय है, जो उपभोक्ता भावना को बढ़ावा देगा और उपभोग को बढ़ावा देगा। इस उपाय से विकास को बढ़ावा मिलेगा और अस्थिर एवं अनिश्चित वैश्विक परिदृश्य में अर्थव्यवस्था को और अधिक आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने के लिए दीर्घकालिक क्षमता निर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा।"
स्वीकृत उपायों से अर्थव्यवस्था में व्यापक लाभ मिलने की संभावना है तथा ऑटोमोबाइल (अधिकांश क्षेत्रों में), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, उपभोक्ता वस्तुएं, सीमेंट, होटल, बीमा, खुदरा, नवीकरणीय ऊर्जा, तेल एवं गैस, तथा बैंक और एनबीएफसी जैसे कई क्षेत्रों पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा।