मुंबई, 13 सितंबर
जीएसटी को तर्कसंगत बनाने और मौद्रिक नीति में ढील के लाभों से प्रेरित वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में बेहतर आय की उम्मीदों के चलते इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजारों में जोरदार तेजी देखी गई।
ऑटो और आईटी शेयरों की बदौलत बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी और सेंसेक्स क्रमशः लगभग 1.32 प्रतिशत और 1.21 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने बेंचमार्क सूचकांकों से बेहतर प्रदर्शन किया।
फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की नई उम्मीदों, इंफोसिस की बायबैक घोषणा और प्रौद्योगिकी खर्च में सुधार को लेकर आशावाद के चलते आईटी सूचकांक में तेजी देखी गई।
निफ्टी 373 अंक बढ़कर एक मजबूत तेजी का संकेत दे रहा है। विश्लेषकों ने कहा कि साप्ताहिक चार्ट पर, सूचकांक ने विश्वास के साथ सममित त्रिभुज पैटर्न को तोड़ दिया है, जो आगे और तेजी की संभावना का संकेत देता है।
चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग के अनुसार, "निफ्टी ने 25,100 के स्तर से ऊपर मजबूती से टिके रहकर 25,114 पर बंद होकर लचीलापन दिखाया है। यह अपने प्रमुख ईएमए स्तरों से ऊपर कारोबार करना जारी रखे हुए है—जो व्यापक तेजी के रुझान को दर्शाता है।" तत्काल प्रतिरोध स्तर 25,160 पर हैं, उसके बाद 25,250 और 25,500 क्षेत्र हैं। तत्काल समर्थन 25,000 और फिर 24,900 क्षेत्रों पर दिखाई दे रहा है।