नई दिल्ली, 7 अक्टूबर
दिल्ली और अन्य उत्तरी राज्यों में पराली जलाने से होने वाले वायु प्रदूषण को रोकने की रणनीतियों पर मंगलवार को राज्य के कृषि मंत्रियों की केंद्रीय कृषि एवं पर्यावरण मंत्रियों और अधिकारियों के साथ हुई बैठक में चर्चा की गई।
कृषि भवन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में धान के अवशेषों के बेहतर उपयोग को बढ़ावा देने और किसानों के बीच जागरूकता, वित्तीय सहायता, निगरानी, फसल प्रबंधन और विविधीकरण को बढ़ावा देने के उपायों पर भी चर्चा की गई, एक आधिकारिक बयान में कहा गया।
यादव ने पराली प्रबंधन में राज्यों के निरंतर प्रयासों की सराहना की और अगले 10 दिनों में कृषि मंत्रालय और राज्य सरकारों के बीच बेहतर समन्वय पर ज़ोर दिया।
उन्होंने प्रशिक्षण, जागरूकता, क्षमता निर्माण और वास्तविक समय पर निगरानी की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि किसानों के बीच जागरूकता बेहद ज़रूरी है और सुझाव दिया कि बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए ग्राम स्तर पर पंचायतों, स्थानीय प्रतिनिधियों और नोडल अधिकारियों को सक्रिय रूप से शामिल किया जाना चाहिए।