नई दिल्ली, 11 अक्टूबर
एक अध्ययन के अनुसार, स्टेरॉयड से रोगियों का इलाज तपेदिक (टीबी) से लड़ने के लिए एक सार्वभौमिक पूरक उपचार प्रदान कर सकता है - यह बीमारी दुनिया भर में हर साल 1 करोड़ से ज़्यादा लोगों को प्रभावित करती है।
साइंटिफिक रिपोर्ट्स पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि स्टेरॉयड का लक्षित उपयोग मैक्रोफेज नामक प्रतिरक्षा कोशिकाओं के माइकोबैक्टीरिया को मारने के कार्य को बढ़ाता है, जबकि सूजन संबंधी क्षति के मार्गों को कम करता है।
हालाँकि डेक्सामेथासोन जैसे स्टेरॉयड का उपयोग कुछ टीबी मामलों में किया जाता है, लेकिन प्रतिरक्षा कोशिकाओं पर उनके प्रभाव को अच्छी तरह से समझा नहीं गया है।
डेक्सामेथासोन, एक शक्तिशाली ग्लूकोकॉर्टिकॉइड, मानव फेफड़ों और रक्त-व्युत्पन्न मैक्रोफेज में ग्लाइकोलाइसिस को कम करता है। इससे कोशिका में उपलब्ध ऊर्जा की मात्रा कम हो जाती है।