नई दिल्ली, 25 अक्टूबर
कनाडाई शोधकर्ताओं ने पाया है कि आँखों की छोटी रक्त वाहिकाओं को स्कैन करने से किसी व्यक्ति में हृदय रोग होने के जोखिम और उसकी जैविक उम्र बढ़ने की गति का अनुमान लगाने में मदद मिल सकती है।
साइंस एडवांसेज पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन से पता चलता है कि रेटिना स्कैन एक दिन शरीर के समग्र संवहनी स्वास्थ्य और जैविक उम्र बढ़ने की स्थिति की एक गैर-आक्रामक जानकारी के रूप में काम कर सकता है, जिससे शुरुआती पहचान और हस्तक्षेप के नए अवसर मिलेंगे।