चंडीगढ़, 15 जुलाई
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने मंगलवार को बताया कि पंजाब पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए अमेरिका स्थित हुसनदीप सिंह द्वारा संचालित जग्गू भगवानपुरिया गिरोह से जुड़े पाँच गुर्गों को गिरफ्तार किया है।
काउंटर-इंटेलिजेंस पंजाब और अमृतसर (ग्रामीण) तथा बटाला जिला पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए खुफिया अभियान में उनके पास से दो हथियार - PX5 पिस्तौल और .32 बोर पिस्तौल - बरामद किए गए। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान बटाला के शाहाबाद गाँव निवासी लवप्रीत सिंह, सिकंदर कुमार उर्फ गोला और ओंकारप्रीत उर्फ जशन; बटाला के गांधी कैंप निवासी गगनदीप उर्फ ज्ञानी और अमृतसर निवासी महकप्रीत सिंह के रूप में हुई है।
डीजीपी यादव ने कहा कि प्रारंभिक जाँच से पता चला है कि असम की सिलचर जेल में बंद गैंगस्टर भगवानपुरिया ने अपनी माँ की हाल ही में हुई हत्या का बदला लेने के लिए एक कथित प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्य की हत्या की साजिश रची थी। इस घटना ने प्रतिद्वंद्वी आपराधिक गुटों के बीच चल रही रंजिश को और बढ़ा दिया है।
डीजीपी ने कहा कि भगवानपुरिया अपने अमेरिका स्थित सहयोगी हुसनदीप सिंह के माध्यम से इस हत्या की साजिश रच रहा था, जिसने लवप्रीत सिंह सहित अन्य ग्राउंड हैंडलर्स के साथ मिलकर शूटरों को संगठित किया और योजना को अंजाम दिया। पहली सफलता तब मिली जब वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनिंदर सिंह के नेतृत्व में अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने महकप्रीत सिंह नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
पूछताछ करने पर, उसने खुलासा किया कि सिकंदर कुमार नाम के व्यक्ति के पास शूटरों और हत्या की योजना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी थी। एसएसपी (बटाला) सुहैल कासिम मीर ने ऑपरेशनल विवरण साझा करते हुए कहा कि इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, बटाला पुलिस ने सिकंदर कुमार का पता लगाया और उसे उसके सहयोगी ओंकारप्रीत के साथ गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि आगे की पूछताछ में एक अन्य सहयोगी गगनदीप को भी गिरफ़्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि लगातार पूछताछ के दौरान, आरोपी सिकंदर कुमार ने खुलासा किया कि उसे इस साजिश में मुख्य समन्वयक लवप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति द्वारा नियंत्रित किया जा रहा था, जिसे अंततः पुलिस ने एक अलग अभियान में गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि आरोपी लवप्रीत ने खुलासा किया कि पूरी योजना भगवानपुरिया के करीबी सहयोगी हुसनदीप सिंह द्वारा अमेरिका से दूर से रची जा रही थी। उन्होंने बताया कि इस साजिश का उद्देश्य एक कथित प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्य को खत्म करना था।