नई दिल्ली, 29 सितंबर
भारतीय आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बाजार 2025 में एक धमाकेदार साल का अनुभव कर रहा है, जहाँ सितंबर तक कंपनियाँ 74 मेनबोर्ड निर्गमों के माध्यम से लगभग 85,000 करोड़ रुपये जुटा चुकी हैं। अक्टूबर में यह गति और तेज़ होने की उम्मीद है, क्योंकि टाटा कैपिटल और वीवर्क की आगामी लिस्टिंग इतिहास में केवल तीसरी बार कुल 1 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर जाएगी।
टाटा कैपिटल का 16,000 करोड़ रुपये का आईपीओ आगामी सबसे बड़ी शेयर बिक्री में से एक होगा। यह आईपीओ 6 से 8 अक्टूबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा।
इसके अलावा, 3 से 7 अक्टूबर के बीच, वीवर्क इंडिया 3,000 करोड़ रुपये के निर्गम के साथ बाजार में प्रवेश करने की योजना बना रही है। संयुक्त रूप से, दोनों पेशकशें 2025 में 1 लाख करोड़ रुपये के धन उगाहने के मनोवैज्ञानिक आंकड़े को पार कर जाएँगी।
इससे पहले, 2021 और 2024 में, आईपीओ बाजार ने यह सीमा पार की थी। 2021 में, कंपनियों ने 63 आईपीओ के माध्यम से 1.19 लाख करोड़ रुपये जुटाए, जबकि 2024 में, यह आंकड़ा 91 प्रारंभिक प्रस्तावों से बढ़कर 1.6 लाख करोड़ रुपये हो गया।