श्री फतेहगढ़ साहिब/26 अप्रैल:
(रविंदर सिंह ढींडसा)
देश भगत आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल (डीबीएसीएच)की ओर से आहार द्रव्य- उनके आहार संबंधी महत्व पर आधारित विषय पर एक राष्ट्रीय सेमीनार का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम डीबीएसीएच के निदेशक डॉ. कुलभूषण और प्रिंसिपल डॉ. स्नेहमयी मिश्रा के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। इस सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा पद्धति बोर्ड, पंजाब के रजिस्ट्रार तथा गुरु रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी, होशियारपुर के रजिस्ट्रार डॉ. संजीव गोयल उपस्थित थे।इस मौके डॉ. गोयल ने सेमिनार का आधिकारिक उद्घाटन किया तथा समकालीन स्वास्थ्य सेवा में आयुर्वेदिक ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता की सराहना की।मुख्य सत्र में आयुर्वेद क्षेत्र के जाने-माने विद्वान शामिल हुए। डॉ. ईश शर्मा, प्रोफेसर, रोग निदान विभाग, बाबे के आयुर्वेदिक कॉलेज, मोगा; प्रो. (डॉ.) अनिल शर्मा, डीन, भारतीय चिकित्सा पद्धति संकाय, एसजीटी यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम; एस. गुरमुख सिंह, खेती विरासत मिशन, पंजाब के प्रतिनिधि; और डॉ. सत्य देव पांडे, देश भगत यूनिवर्सिटी में क्लीनिकल रिसर्च के निदेशक, ने मानव स्वास्थ्य और आयुर्वेद में आहार द्रव्य (आहार पदार्थ) की महत्वपूर्ण भूमिका पर अपनी विशेषज्ञता साझा की।
इस सेमिनार में 200 से अधिक प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिनमें पीएचडी, एमडी और बीएएमएस के विद्वान शामिल थे, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से शामिल हुए। इसके इलावा विभिन्न आयुर्वेदिक कॉलेजों के छात्र और फैकल्टी इसमें शामिल हुए और द्रव्य गुण (आयुर्वेदिक औषधि विज्ञान) की वैज्ञानिक समझ और अनुप्रयोगों के बारे में गहनता से जानकारी ली। चांसलर डॉ. ज़ोरा सिंह और प्रो-चांसलर डॉ. तजिंदर कौर ने इस अवसर पर उपस्थित होकर इस पहल की सराहना की। उन्होंने इस तरह के सेमिनारों के महत्व पर भी जोर दिया।यह आयोजन आयुर्वेद के क्षेत्र में सीखने, चर्चा और सहयोग के लिए एक मूल्यवान मंच साबित हुआ, जिसने निवारक और उपचारात्मक स्वास्थ्य देखभाल में आहार और प्राकृतिक पदार्थों के महत्व को सुदृढ़ किया।