नई दिल्ली, 7 मई
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ स्थानों पर मिसाइल हमले किए, जिसमें 70 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
जवाबी हमले में नौ लक्षित स्थानों - मुजफ्फराबाद, कोटली, बहावलपुर, रावलकोट, चकस्वरी, भीमबर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल में 60 से अधिक आतंकवादी घायल हो गए। बुधवार सुबह सरकार ने एक ब्रीफिंग में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का कोडनेम, यह पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद और भारत पर हमलों को लगातार समर्थन देने के लिए "नपी-तुली, गैर-बढ़ी हुई, आनुपातिक और जिम्मेदाराना" जवाब था।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि लक्ष्यों का चयन "विश्वसनीय खुफिया इनपुट" के आधार पर किया गया था और इसका उद्देश्य "आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करना और आतंकवादियों को निष्क्रिय करना" था।
उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' सीमा पार आतंकवाद का जवाब देने और उसे रोकने के देश के अधिकार का प्रतिनिधित्व करता है। मिसरी के अलावा, प्रेस कॉन्फ्रेंस को दो महिला अधिकारियों - सेना से कर्नल सोफिया कुरैशी और वायु सेना से विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भी संबोधित किया।
उन्होंने लक्ष्यों और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों के बीच संबंधों के साथ-साथ भारत पर उनके हमलों पर भी प्रकाश डाला।