चंडीगढ़, 13 मई
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि अमृतसर जिले के मजीठा क्षेत्र के चार गांवों में कथित तौर पर नकली शराब पीने से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में ज्यादातर ईंट भट्टों पर काम करने वाले मजदूर शामिल हैं, जो भंगाली, मरारी कलां थेरवाल और पातालपुरी गांवों के निवासी हैं।
पुलिस अधीक्षक (अमृतसर ग्रामीण) मनिंदर सिंह ने कहा कि मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और वह नकली शराब की आपूर्ति के पीछे का मास्टरमाइंड निकला। मंगलवार को बीएनएस की धारा 105 और आबकारी अधिनियम की धारा 61-ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह का भाई कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू, साहिब सिंह उर्फ सराय, गुरजंत सिंह और जीता की पत्नी निंदर कौर शामिल हैं। जांच पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि "सभी ने रविवार शाम को एक ही स्रोत से शराब पी थी।
उनमें से कुछ की सोमवार को मौत हो गई और स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किए बिना उनका अंतिम संस्कार कर दिया। हमें देर शाम (सोमवार) शराब से हुई मौतों की सूचना मिली और हमने जांच शुरू कर दी।"
सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि पूरे नकली शराब नेटवर्क की जांच जारी है। मार्च 2024 में संगरूर में नकली शराब से 24 लोगों की मौत हुई थी। इससे पहले 2020 में पंजाब में सबसे घातक अवैध शराब कांड में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।