चंडीगढ़, 30 मई
अवैध शराब के मामले में पंजाब सरकार अब पूरी तरह सख्त नजर आ रही है। नकली शराब से जुड़े मामले में एक्साइज विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वीरवार को पूरी रात छापेमारी की। छापे के दौरान बठिंडा में दो ट्रक में भरे करीब 80 हजार लीटर इथेनॉल की बड़ी खेप जब्त की गई और इससे जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया गया।
इथेनॉल के साथ पकड़े गए दोनों ट्रक गुजरात नंबर के थे, जिससे साफ होता है कि यह गुजरात से ही लाया गया था। वहीं घटना से जुड़े दो टोयोटा इटियोस और एक इनोवा एसयूवी कार भी जब्त की गई।
इसके अलावा मामले से जुड़े 8 व्यक्तियों गिरफतार किया गया है और सभी पर उम्रकैद जैसी सजा के प्रावधान वाले गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पकड़े गए लोगों में 4 व्यक्ति बठिंडा के, 2 व्यक्ति उत्तर प्रदेश के और दो नेपाल के हैं। सभी से एक्साइज विभाग और पुलिस पूछताछ कर रही है।
इस मुद्दे पर एक्साइज विभाग के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का अवैध शराब को लेकर बिलकुल सख्त रुख है। इसके प्रति हमेशा से सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति रही है।
उन्होंने कहा कि आरोपियों के उपर एक्साइज एक्ट 14, 61, 78, सब सेक्शन 2 और एक्साइज एक्ट 303 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं क्रिमिनल एक्ट 316 (ब्रीच ऑफ ट्रस्ट) और धारा 125 (मानव जिंदगी को खतरे में डालना) जैसे गंभीर धाराएं भी लगाए गए हैं, जिनके तहत बेहद कठोर सजा का प्रावधान है।
आज जितनी मात्रा में इएनए की जब्ती हुई है उससे करीब 3 लाख 75 हजार बोतलें देशी शराब की बनाई जा सकती हैं। अंग्रेज़ी शराब की करीब 2 लाख 50 हजार बोतलें बनाई जा सकती हैं। सैनिटाइजर की 1 लाख 10 हजार बोतलें बनाई जा सकती थी। अगर इतनी मात्रा में शराब तैयार हो जाती और सही से वितरित हो जाती तो हजारों जिंदगियां खतरे में पड़ सकती थी। इसलिए यह कारवाई सरकार के लिए एक बड़ी कामयाबी है।
चीमा ने कहा कि जो लोग भी भी अवैध शराब बनाते या बेचते हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि नकली शराब बनाने वाले जल्द से जल्द अपना धंधा बंद कर दें नहीं तो सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और पकड़कर जेल भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि कुछ व्यक्ति पंजाब में ENA की स्मगलिंग करके दूसरे राज्यों में ले जाते हैं और वहां शराब बनाते हैं। वहीं कुछ लोग पंजाब के अंदर ही शराब बनाकर बेचते हैं। कुछ लोग सैनिटाइजर बनाने के नाम पर शराब बनाते हैं। ऐसे बहुत सारे प्रोडक्ट हैं जिसके माध्यम से इएनए का गलत इस्तेमाल किया जाता है।
इस मामले में एक ऐसी ही फैक्ट्री वीआरवी हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड, दीनानगर, गुरदासपुर में है, जहां पर दोनों ट्रकों में इथेनॉल की लोडिंग हुई थी। एक्साइज अधिकारी जांच कर रहे हैं कि यह कहां जाना था और किस काम में इस्तेमाल होना था। एक एक चीज की जानकारी जुटाई जा रही है ताकि मामले के तह तक पहुंचा जा सके।
उन्होंने कहा कि कि हमारी टीम को गुप्त इनपुट मिली थी कि ट्रक कहां कहां से निकलकर किस रास्ते से कहां तक जाने वाली है, उसके बाद हमने चारों तरफ घेराबंदी कर दी और नाके लगाकर उसे पकड़ने में कामयाब हुए। आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी। आप सरकार का मकसद पंजाब से नशे को पूरी तरह खत्म करना है। नशा और अपराध के मामले में कोई समझौता नहीं किया जा सकता।