चंडीगढ़, 5 जून
पंजाब के सरकारी स्कूलों के 44 छात्रों ने देश के प्रतिष्ठित जेईई एडवांस 2025 परीक्षा पास करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। ये सफलता की कहानियां आप सरकार और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी "शिक्षा क्रांति" के परिवर्तनकारी नतीजे को उजागर करती हैं, जिसने पूरे राज्य में वंचित छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कोचिंग को सुलभ बना दी है।
छात्रों और उनके अभिभावकों ने मुफ्त कोचिंग और शैक्षणिक सहायता के माध्यम से आम परिवारों की आकांक्षाओं को सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी की सरकार का आभार व्यक्त किया।
अमृतसर की अर्शप्रीत कौर जो आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आती हैं, ने जेईई मेन्स और एडवांस दोनों पास करने का श्रेय सरकारी स्कूलों में दी जाने वाली मुफ्त कोचिंग को दिया। उन्होंने कहा, "शिक्षा क्रांति" पहल ने मुझे अपने सपनों को साकार करने का अवसर दिया। मेरे पिता कभी निजी कोचिंग का खर्च नहीं उठा सकते थे, लेकिन सरकार के सहयोग से आज यह संभव हो पाया।"
श्री फतेहगढ़ साहिब के महेश कुमार ने भी ऐसी ही भावना व्यक्त की। उन्होंने कहा, "शिक्षा क्रांति ने समाज के कमजोर वर्गों के छात्रों के लिए अद्भुत काम किया है। मैंने सरकार की पहल की वजह से दोनों परीक्षाएं पास की, जिसने मेरे जैसे कई लोगों को उम्मीद दी है।"
बरनाला की चरणजीत कौर, जिनके बेटे ने जेईई पास किया, ने सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा, "यह पहली बार है जब किसी सरकार ने इस हद तक शिक्षा का समर्थन किया है। इसने साबित कर दिया है कि सफलता केवल अमीरों तक ही सीमित नहीं है।"
लुधियाना की चिरंजीव कौर ने भी अपने बेटे मेहताब की सफलता का श्रेय पंजाब सरकार की पहल को दिया। उन्होंने कहा, "समर कैंप और मुफ्त कोचिंग जैसे कार्यक्रमों ने हमारे जैसे परिवारों के सपनों को हकीकत में बदल दिया है।"
मोहाली की जसप्रीत कौर ने राज्य सरकार द्वारा प्रदान किए गए समग्र समर्थन की सराहना की और कहा, "छात्रों को अब धन या संसाधनों के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। किताबों से लेकर योग्य शिक्षकों तक सब कुछ मुफ्त प्रदान किया जाता है। मुख्यमंत्री के प्रयास छात्रों को हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।"
फाजिल्का के हरीश, जिनके पिता एक दर्जी हैं, ने मुफ्त कोचिंग के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "मुझे गणित से लगाव है और ओलंपियाड व जेईई के लिए प्रशिक्षण ने मेरे जीवन को पूरी तरह बदल दिया।"
पटियाला के जशनदीप ने प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदान की गई आत्मविश्वास और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया और उन्हें "समय की आवश्यकता" बताया।
बरनाला के हरकिरण दास ने शिक्षा के क्षेत्र में सरकार द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "यह सफलता शिक्षा क्रांति के बिना संभव नहीं थी।"
गुरदासपुर के गिरीश ने बताया कि किस तरह इस पहल ने युवाओं को नशे से दूर रखा है। उन्होंने कहा, "यह पंजाब के लिए गर्व का क्षण है।"
मलेरकोटला के अर्शप्रीत सिंह ने सरकारी स्कूलों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से पाठ्यक्रम शुरू करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा, "शिक्षा क्रांति ने छात्रों के लिए नए रास्ते खोले हैं।"
बठिंडा की प्रभजोत कौर, जिनके माता-पिता आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे थे, ने भी अपनी सफलता का श्रेय मुफ्त कोचिंग को दिया। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री के विजन ने हमारे जीवन को बदल दिया है।"
श्री मुक्तसर साहिब के हर्ष ने अपनी उपलब्धि में जेईई कोचिंग कैंप की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "इन कैंपों ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया और मुझे सफलता की ओर अग्रसर किया।"
पटियाला के एक छात्र, जिसने अपनी 10वीं कक्षा की परीक्षा में 77% अंक प्राप्त किए थे, ने बताया कि किस तरह शिक्षा क्रांति कैंपों ने उनके जीवन को बदल दिया। उन्होंने कहा, "मुझे बताया गया था कि मैं विज्ञान में अच्छा नहीं कर पाऊंगा, लेकिन सरकार के प्रयासों ने इसे उलट साबित कर दिया। मैं उनके समर्थन के कारण सफल हुआ।"
दिड़बा की जशनदीप कौर जो अपने परिवार के लिए एक उज्जवल भविष्य का सपना देखती हैं, ने सरकार की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा, "मैं अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करना चाहती हूं और राज्य सरकार ने इसे संभव बनाया है।"
लुधियाना के मेहताब सिंह ने अपनी यात्रा को याद करते हुए कहा, "मैंने सोचा था कि मैं बीए करूंगा, लेकिन शिक्षा क्रांति ने मुझे एक मेरिटोरियस स्कूल में शामिल होने और बाद में सरकारी कोचिंग कैंप में भाग लेने का मौका दिया। आज मैंने इस समर्थन के कारण जेईई एडवांस पास किया।"
बठिंडा की सुखदीप कौर ने कहा कि सरकार द्वारा बनाए गए सुविधाजनक माहौल ने उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, "सरकार की ओर से बुनियादी व्यवस्थाएं, मुफ्त कोचिंग और प्रोत्साहन ने मेरी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"
एक अभिभावक ने बताया कि कैसे उनके बेटे ने स्कूल ऑफ एमिनेंस के छात्र के रूप में दो बार जेईई पास किया। उन्होंने कहा, "यह सरकार की शिक्षा के प्रति समर्पण का परिणाम है।"
श्री मुक्तसर साहिब की मनप्रीत ने सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, "छात्रों को सशक्त बनाने के लिए सरकार के अभूतपूर्व प्रयासों से बेहतरीन परिणाम सामने आए हैं।"
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभी छात्रों और अभिभावकों को समारोह में आने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने जेईई एडवांस परीक्षा में पास हुए सभी छात्रों को शुभकामनाएं दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।