श्री फतेहगढ़ साहिब/9 जून:
(रविंदर सिंह ढींडसा)
नैक ए+ मान्यता प्राप्त संस्थान देश भगत यूनिवर्सिटी ने पंजाब भर की शीर्ष यूनिवर्सिटीयों के वाईस चांसलरों और निदेशकों के एक प्रतिनिधिमंडल का गर्व से स्वागत किया। यह दौरा माननीय राज्यपाल पंजाब गुलाब चंद कटारिया के नेतृत्व में एक दूरदर्शी पीयर लर्निंग की पहल का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य राज्य भर में उच्च शिक्षा में सहयोग और उत्कृष्टता को बढ़ावा देना हेे।इस प्रतिनिधिमंडल में प्रोफेसर (डॉ.) राजिंदर सिंह कलेर, डीन, थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पटियाला, डॉ. भूपिंदर सिंह बराड़, वाइस चांसलर, आरआईएमटी यूनिवर्सिटी, मंडी गोबिंदगढ़, प्रोफेसर (डॉ.) मणिकांत पासवान, निदेशक, संत लोंगोवाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेकनोलॉजी, लोंगोवाल, डॉ. पुनीत शर्मा, डीन अकादमिक, एमिटी यूनिवर्सिटी, मोहाली शामिल थे।प्रतिनिधिमंडल का डीबीयू के वाईस चांसलर डॉ. हर्ष सदावर्ती ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरे की शुरुआत आईकयूएसी की निदेशक डॉ. हरविंदर कौर सिद्धू द्वारा डीबीयू की शैक्षणिक उपलब्धियों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर प्रकाश डालने वाली एक संस्थागत प्रस्तुति से हुई। देश भगत यूनिवर्सिटी को शिक्षा, नवाचार और सामुदायिक सहभागिता में अपने समग्र योगदान के लिए अतिथि शैक्षणिक प्रतिनिधियों से उच्च सराहना मिली।इस दौरे दौरान अलग अलग महत्वपूर्ण विषयों पर बात की गई जिस दौरान प्रतिनिधिमंडल की ओर से यूनिवर्सिटी के 50 घंटे के सामाजिक कार्य कार्यक्रम और अर्न व्हाइल यू लर्न पहल की सराहना की गई, क्योंकि इससे छात्रों को व्यावहारिक शिक्षा और नागरिक भागीदारी के माध्यम से सशक्त बनाया गया। डीबीयू के मजबूत शैक्षणिक आधार, जिसमें पीएचडी धारकों की एक महत्वपूर्ण संख्या के साथ उच्च योग्य संकाय का समर्थन है, की भी सराहना की गई।प्रतिनिधियों ने डीबीयू के उन्नत बुनियादी ढांचे, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, पेटेंट किए गए शोध प्रयासों और कोर्सेरा प्रमाणपत्रों के निर्बाध एकीकरण की प्रशंसा की। छात्र विविधता, कैरियर-उन्मुख अपस्किलिंग और विशेष स्नातकोत्तर कार्यक्रमों पर यूनिवर्सिटी का ध्यान प्रमुख शक्तियों के रूप में सामने आया।