नई दिल्ली, 21 जून
क्राइम ब्रांच की वेस्टर्न रेंज-2 की टीम ने दिल्ली के साउथ रोहिणी में 10 लाख रुपये की सनसनीखेज लूट में शामिल 26 वर्षीय फरार अपराधी को गिरफ्तार किया है।
आरोपी की पहचान दिल्ली के रिठाला निवासी स्वर्गीय रमेश के बेटे राहुल के रूप में हुई है, जिसे गुरुवार शाम को रोहिणी सेक्टर 3 स्थित डी-मॉल के पास से गिरफ्तार किया गया।
लूट की यह वारदात 21 मई, 2025 को हुई थी, जब एक सीए फर्म में काम करने वाले कुलदीप कुमार अवंतिका मार्केट में एक ट्रेडिंग कंपनी से 10 लाख रुपये नकद लेकर ऑफिस लौट रहे थे। जैसे ही वह सेक्टर 3 के पास महाराजा अग्रसेन मार्ग पर पहुंचे, मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने उन्हें रोक लिया, उनसे पैसे से भरा बैग छीन लिया और भाग गए।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जांच के दौरान पुलिस ने पीड़ित के रास्ते में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। फुटेज से पता चला कि मुख्य बाइक पर सवार दो हमलावरों के अलावा, तीन और संदिग्धों को लेकर एक दूसरी मोटरसाइकिल शिकायतकर्ता का पीछा कर रही थी।
दिल्ली पुलिस के एक बयान में कहा गया है, "लूट में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल रिठाला गांव के निवासी के नाम पर पंजीकृत पाई गई। दो मुख्य हमलावरों की पहचान रिठाला के जतिन तिवारी और राहुल के रूप में हुई है। राहुल बाइक चला रहा था और जतिन ने बैग छीना।"
स्थानीय पुलिस ने जतिन तिवारी उर्फ लंगड़ा (22), योगेंद्र सिंह उर्फ राजा (21), अर्सलान पठान (19), प्रिंस उर्फ लल्लू (18), कपिल पटेल (25) और पीयूष सिंह अधिकारी (22) के रूप में पहचाने गए छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने मुख्य संदिग्धों की पहचान राहुल और जतिन तिवारी उर्फ लंगड़ा के रूप में की है। राहुल बाइक चला रहा था, जबकि जतिन ने झपटमारी की।
गुप्त सूचना के बाद इंस्पेक्टर गौतम मलिक की निगरानी और एसीपी राजपाल डबास और डीसीपी हर्ष इंदौरा के मार्गदर्शन में एसआई अनुज छिकारा और एसआई रविंदर के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने डी-मॉल के पास जाल बिछाया। राहुल ने भागने की कोशिश की, लेकिन कांस्टेबल मनोज और छापेमारी टीम ने उसका पीछा किया और उसे पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान राहुल ने लूट में अपनी भूमिका कबूल की। वह भागने वाली बाइक चला रहा था, जबकि जतिन ने नकदी छीनी। बैग लूटने के बाद भागते समय उनकी बाइक सड़क पर गिर गई। भागने के लिए वे पैदल भागे। जतिन तिवारी उर्फ लंगड़ा ने बैग प्रिंस उर्फ लालू को सौंप दिया, जो दो अन्य साथियों के साथ दूसरी बाइक पर था। इसके बाद आरोपी राहुल भाग गया और गिरफ्तारी से बचने के लिए अपना ठिकाना बदलता रहा।