पटना, 21 जून
राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा को कथित तौर पर कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नाम पर जान से मारने की धमकी मिली है।
राजनीतिक और सुरक्षा हलकों में चिंता पैदा करने वाले इस मामले को अब पटना पुलिस ने सुलझा लिया है।
सचिवालय थाने में कुशवाहा के सहायक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय शर्मा ने त्वरित जांच शुरू की।
चौंकाने वाले मोड़ में कथित कॉल करने वाले की पहचान सीवान जिले के दरौली निवासी राकेश कुमार के रूप में हुई है।
उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और वह फिलहाल पुलिस हिरासत में है।
उसके पास से एक मोबाइल फोन, सिम कार्ड और कई लोगों के संपर्क नंबर वाली डायरी बरामद की गई है, जिसमें राजनीतिक हस्तियां भी शामिल हैं।
पूछताछ करने पर राकेश कुमार ने कबूल किया कि वह पहले उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से जुड़ा हुआ था।
हालांकि, उन्होंने दावा किया कि वे कुशवाहा के राजनीतिक रुख और नीतियों से निराश थे, जिसके कारण उन्होंने धमकी जारी की।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने भय को बढ़ाने और राजनीतिक दबाव बनाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का रूप धारण किया।
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा: “आरोपी का बिश्नोई गिरोह से कोई सीधा संबंध नहीं था। उसने राजनीतिक गुस्से में आकर ऐसा किया और धमकी को और गंभीर दिखाने के लिए नाम का इस्तेमाल किया।”
इससे पहले, कुशवाहा ने एक्स पर लिखा था, “गुरुवार (19 जून) को रात 8:52 बजे से 9:20 बजे के बीच उन्हें अज्ञात नंबरों से लगातार सात धमकी भरे कॉल आए, साथ ही एक एमएमएस/एसएमएस भी आया जिसमें उन्हें ‘विशेष पार्टी’ के खिलाफ राजनीतिक बयानबाजी बंद करने या गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई।”
यह घटना लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नाम पर हाल ही में दी गई धमकियों के पैटर्न पर आधारित है, जिसमें बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान और पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव को भी धमकियां दी गई हैं।
इस गिरोह के नाम का दुरुपयोग दहशत फैलाने और ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जा रहा है।
पुलिस ने जनता से दहशत फैलाने से बचने का आग्रह किया है तथा ऐसे फर्जी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।