नई दिल्ली, 15 जुलाई
अमेरिका से GE-404 जेट इंजन के आगमन के साथ, भारत के स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस मार्क-1ए का उत्पादन तेज़ी से बढ़ने वाला है।
तेजस मार्क-1ए कार्यक्रम के लिए अमेरिकी निर्माता जनरल इलेक्ट्रिक से प्राप्त यह दूसरा इंजन है।
तेजस के निर्माण के लिए ज़िम्मेदार सरकारी एयरोस्पेस कंपनी, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को चालू वित्त वर्ष के अंत तक कुल 12 GE-404 इंजन प्राप्त होने की उम्मीद है। ये इंजन तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमानों को शक्ति प्रदान करेंगे, जिनका ऑर्डर भारतीय वायु सेना (IAF) ने दिया है।
भारतीय वायु सेना ने 83 तेजस मार्क-1ए विमानों का ऑर्डर दिया है, क्योंकि वह अपने घटते बेड़े को स्वदेशी लड़ाकू विमानों से मज़बूत करना चाहती है। वायु सेना वर्तमान में तमिलनाडु के सुलूर एयरबेस पर तैनात मार्क-1 संस्करण के दो स्क्वाड्रन संचालित करती है।
एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने पहले ही मार्क-1ए जेट विमानों की डिलीवरी में देरी पर चिंता व्यक्त की थी और इंजनों की अनुपलब्धता को एक प्रमुख मुद्दा बताया था। एचएएल ने भी देरी की बात स्वीकार की थी और आयातित इंजनों के इंतज़ार को इसका कारण बताया था। अब, इंजनों की आपूर्ति फिर से शुरू होने के साथ, नए विमानों की डिलीवरी जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।