मुंबई, 15 जुलाई
नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी म्यूचुअल फंडों ने जून महीने में अपनी नकदी होल्डिंग में उल्लेखनीय कमी की, जो बाजार में विश्वास के पुनरुत्थान का संकेत है।
प्राइम म्यूचुअल फंड डेटाबेस के आंकड़ों के अनुसार, औसत नकदी-से-संपत्ति प्रबंधन (एयूएम) अनुपात मई के 3.56 प्रतिशत से गिरकर पिछले महीने 12 महीने के निचले स्तर 3.09 प्रतिशत पर आ गया।
कुल मिलाकर, म्यूचुअल फंडों ने हर महीने शेयरों में लगभग 15,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश किया, जिससे सभी योजनाओं में कुल धनराशि मई के 1.65 लाख करोड़ रुपये से घटकर जून में 1.5 लाख करोड़ रुपये रह गई।
लगभग 62 प्रतिशत सक्रिय इक्विटी म्यूचुअल फंडों ने अपनी नकदी होल्डिंग कम की, जो पिछले महीने 60 प्रतिशत थी।
इसके बाद, मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने अपनी नकदी होल्डिंग में 6,500 करोड़ रुपये से ज़्यादा की कमी की और अपने कैश-ऑन-हैंड अनुपात को आधा कर दिया।
इसके अलावा, पीपीएफएएस और एक्सिस म्यूचुअल फंड ने क्रमशः 1,500 करोड़ रुपये और 2,300 करोड़ रुपये की नकदी होल्डिंग कम की।
डेटाबेस के अनुसार, कोटक महिंद्रा, एचडीएफसी, फ्रैंकलिन टेम्पलटन और सुंदरम म्यूचुअल फंड उन बड़े एसेट मैनेजर्स में शामिल थे जिन्होंने अपनी नकदी में निवेश कम किया।