नई दिल्ली, 22 जुलाई
मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 की दूसरी तिमाही (Q2 2025) में भारत में वेंचर कैपिटल (वीसी) निवेश 355 सौदों के ज़रिए 3.5 अरब डॉलर तक पहुँच गया, जबकि पिछली तिमाही में यह 456 सौदों के ज़रिए 2.8 अरब डॉलर था।
केपीएमजी ने अपनी नवीनतम 'वेंचर पल्स Q2 2025' रिपोर्ट में कहा है कि इस दौरान, फिनटेक देश में निवेश के लिए सबसे लोकप्रिय क्षेत्रों में से एक बना रहा।
केपीएमजी इन इंडिया के पार्टनर और नेशनल लीडर, प्राइवेट इक्विटी, नितीश पोद्दार ने कहा, "भारत के वेंचर कैपिटल परिदृश्य ने Q2 2025 में लचीलापन दिखाया और वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद फंडिंग में वृद्धि हुई। फिनटेक, हेल्थ-टेक और लॉजिस्टिक्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों ने निवेशकों की गहरी रुचि दिखाई, जो भारत की नवाचार क्षमता में विश्वास को दर्शाता है।"
पोद्दार ने कहा कि तिमाही का प्रदर्शन क्षेत्र के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को आकार देने में देश की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करता है।
इस बीच, वैश्विक उद्यम पूंजी निवेश 2025 की पहली तिमाही के 128.4 अरब डॉलर से घटकर इस तिमाही में 101.05 अरब डॉलर रह गया।
हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि गिरावट के बावजूद, दूसरी तिमाही भू-राजनीतिक संघर्षों, व्यापार तनावों और व्यापक आर्थिक अनिश्चितता के बावजूद अपेक्षाकृत मजबूत तिमाही रही।
वीसी निवेशकों का ध्यान मुख्यतः बड़े पैमाने के अवसरों पर रहा, खासकर एआई और रक्षा-तकनीक क्षेत्र में।
रिपोर्ट के अनुसार, एआई में वैश्विक वीसी निवेश में अमेरिका का दबदबा है, जिसने इस क्षेत्र में 1 अरब डॉलर से अधिक के सौदे आकर्षित किए हैं।