मुंबई, 28 जुलाई
सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रिटायरमेंट म्यूचुअल फंड्स की प्रबंधनाधीन संपत्ति (एयूएम) पिछले पाँच वर्षों में 226.25 प्रतिशत बढ़कर जून 2025 तक 31,973 करोड़ रुपये हो गई है, जो एक साल पहले इसी महीने में 9,800 करोड़ रुपये थी।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए एनालिटिक्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "बढ़ी हुई पारदर्शिता और निवेशक सुरक्षा नियमों ने रिटायरमेंट के साधन के रूप में म्यूचुअल फंड्स में निवेशकों का विश्वास बढ़ाने में मदद की है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोगों में वित्तीय नियोजन के महत्व और सेवानिवृत्ति के लिए एक कोष बनाने की आवश्यकता के बारे में बढ़ती जागरूकता, साथ ही बढ़ती जीवन प्रत्याशा और स्वास्थ्य सेवा की बढ़ती लागत, भारत में वृद्ध लोगों को म्यूचुअल फंड सहित सेवानिवृत्ति-केंद्रित निवेश उत्पादों की ओर आकर्षित कर रही है।
रिटायरमेंट म्यूचुअल फंड एक विशिष्ट समाधान-उन्मुख म्यूचुअल फंड है जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि निवेशक के लिए सेवानिवृत्ति के बाद का जीवन आरामदायक और सुरक्षित हो।
आईसीआरए एनालिटिक्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मार्केट डेटा प्रमुख अश्विनी कुमार ने कहा, "बाजार में सुधार और विकास को लेकर आशावाद के कारण इक्विटी म्यूचुअल फंडों में उल्लेखनीय निवेश हुआ है, जो दीर्घकालिक सेवानिवृत्ति पोर्टफोलियो के लिए आकर्षक है।"