नई दिल्ली, 24 सितंबर
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बैंकों से 67,000 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित जमा राशि की पहचान करने और उसे उनके असली मालिकों को वापस करने के प्रयासों को तेज़ करने का आग्रह किया है।
अघोषित जमा राशियों में निष्क्रिय बचत खाते और चालू खाते, परिपक्व सावधि जमा, अप्राप्त लाभांश, ब्याज वारंट और बीमा राशि शामिल हैं।
कई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इन निष्क्रिय खातों के मालिकों का पता लगाने और उनका निपटान करने के लिए अक्टूबर से दिसंबर तक ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में एक विशेष आउटरीच पहल की योजना बनाई गई है।
बचत और चालू खातों में शेष राशि जो दस वर्षों तक निष्क्रिय रहती है, या परिपक्वता तिथि से दस वर्षों के भीतर दावा न की गई सावधि जमा, को अघोषित जमा के रूप में वर्गीकृत किया जाता है और बाद में बैंकों द्वारा केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित DEA कोष में स्थानांतरित कर दिया जाता है।
RBI की यह पहल कम साक्षरता और जागरूकता वाले क्षेत्रों को लक्षित करेगी और प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से विभिन्न भाषाओं में स्थानीय प्रचार करेगी।