नई दिल्ली, 24 सितंबर
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के एक स्वायत्त संस्थान, नैनो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (INST) के वैज्ञानिकों ने एक विशेष नैनोमटेरियल विकसित किया है जो स्वाभाविक रूप से न्यूरॉन्स से "बातचीत" कर सकता है।
टीम ने कहा कि यह खोज मस्तिष्क विकारों के उपचार में बदलाव ला सकती है।
ग्रेफाइटिक कार्बन नाइट्राइड (g-C₃N₄) नामक यह विशेष नैनोमटेरियल मस्तिष्क कोशिकाओं को उत्तेजित कर सकता है - बिना इलेक्ट्रोड, लेज़र या चुंबक की आवश्यकता के।
एसीएस एप्लाइड मैटेरियल्स एंड इंटरफेसेस पत्रिका में प्रकाशित निष्कर्ष दर्शाते हैं कि ग्रेफाइटिक कार्बन नाइट्राइड मस्तिष्क की अपनी विद्युत गतिविधि का उपयोग करके न्यूरॉन्स को बढ़ने, परिपक्व होने और अधिक प्रभावी ढंग से संवाद करने में मदद करता है।
INST के अध्ययन का नेतृत्व करने वाले डॉ. मनीष सिंह ने कहा, "यह अर्धचालक नैनोमटेरियल द्वारा बिना किसी बाहरी उत्तेजना के सीधे न्यूरॉन्स को नियंत्रित करने का पहला प्रदर्शन है।"