नई दिल्ली, 24 सितंबर
एचएसबीसी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट रिसर्च ने बुधवार को कहा कि भारतीय इक्विटी अब क्षेत्रीय स्तर पर आकर्षक दिख रही हैं। उसने घरेलू बाजार को न्यूट्रल से ओवरवेट में अपग्रेड किया है।
उसने कहा कि अमेरिकी टैरिफ का ज़्यादातर सूचीबद्ध कंपनियों के मुनाफे पर बहुत कम असर पड़ेगा।
हालांकि पिछले 12 महीनों में विदेशी फंडों ने भारत से काफी पैसा निकाला है, जबकि इस दौरान बाजार का प्रदर्शन काफी खराब रहा है, लेकिन रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय निवेशक लचीले बने हुए हैं।
वैश्विक निवेश अनुसंधान फर्म ने कहा, "हालांकि आय वृद्धि की उम्मीदें थोड़ी और कम हो सकती हैं, लेकिन मूल्यांकन अब चिंता का विषय नहीं है, क्योंकि सरकारी नीति इक्विटी के लिए एक सकारात्मक कारक बन रही है, और ज़्यादातर विदेशी फंड कम जोखिम में हैं।"
इस साल विदेशी निवेशक एशिया में शुद्ध बिकवाल बने रहे, जो आमतौर पर क्षेत्रीय शेयर बाजारों के लिए प्रतिकूल होता है।