मुंबई, 27 सितंबर
एच-1बी वीजा शुल्क वृद्धि और अमेरिकी फार्मा टैरिफ को लेकर चिंताओं के बीच, भारतीय शेयर बाजार इस हफ्ते छह महीनों में सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट के साथ बंद हुए। साथ ही, लगातार छठे सत्र में भी गिरावट दर्ज की गई।
आईटी और फार्मा सेक्टरों में बिकवाली का दबाव रहने के बावजूद, निफ्टी और सेंसेक्स क्रमशः लगभग 2.50 प्रतिशत और 2.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।
मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी बढ़े हुए मूल्यांकन के कारण बिकवाली का दबाव और भी ज़्यादा रहा, जो इस हफ्ते क्रमशः 4.38 प्रतिशत और 4.27 प्रतिशत गिर गए।
एच-1बी वीजा की बढ़ती लागत को लेकर चिंताओं के बीच आईटी सूचकांक शुरुआती दबाव में रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 1 अक्टूबर से ब्रांडेड और पेटेंटेड दवाओं के आयात पर 100 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद शुक्रवार को भारतीय दवा कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।