नई दिल्ली, 4 अक्टूबर
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (एमबीयू-1) के सभी शुल्क माफ कर दिए हैं। एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि इस कदम से लगभग छह करोड़ बच्चों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
पहला और दूसरा एमबीयू, यदि क्रमशः 5-7 वर्ष और 15-17 वर्ष की आयु के बीच किया जाता है, तो निःशुल्क होगा। इसके बाद, प्रति एमबीयू 125 रुपये का निर्धारित शुल्क लिया जाएगा। इस निर्णय के साथ, अब 5-17 वर्ष की आयु के सभी बच्चों के लिए एमबीयू प्रभावी रूप से निःशुल्क है।
यूआईडीएआई के सीईओ भुवनेश कुमार ने कहा कि आधार न केवल 12 अंकों की विशिष्ट पहचान प्रणाली है, बल्कि यह सशक्तिकरण, सुगम्यता और विश्वास की यात्रा भी है।