नई दिल्ली, 9 अक्टूबर
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को कहा कि 18 प्रमुख शहरों के लेन-देन-स्तर के आंकड़ों पर आधारित अखिल भारतीय आवास मूल्य सूचकांक (HPI) चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही) में 3.6 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) बढ़ा है।
आवास मूल्य सूचकांक के मूल्य में 2025-26 की पहली तिमाही में मामूली वृद्धि दर्ज की गई, जिसमें नागपुर, चंडीगढ़, चेन्नई और कोच्चि में पिछली तिमाही की तुलना में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई।
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, "अखिल भारतीय आवास मूल्य सूचकांक 2025-26 की पहली तिमाही में 3.6 प्रतिशत बढ़ा, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। क्रमिक (QoQ) आधार पर, अखिल भारतीय आवास मूल्य सूचकांक 2025-26 की पहली तिमाही में 2.0 प्रतिशत बढ़ा।"
केंद्रीय बैंक ने 2025-26 की पहली तिमाही के लिए अपना एचपीआई जारी किया है और नया आधार वर्ष 2022-23 रखा है। पिछला आधार वर्ष 2010-11 था।
इसलिए, आवासीय निवेश का मकान की कीमतों में वृद्धि से सकारात्मक संबंध है। मकान की कीमतें बैंक ऋण को भी प्रभावित करती हैं और इसके विपरीत भी। इसके अलावा, मकान की कीमतों में वृद्धि से आवास संपार्श्विक में वृद्धि होती है।