नई दिल्ली, 13 अक्टूबर
सोमवार को द लैंसेट पत्रिका में प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, हृदय रोग, स्ट्रोक और मधुमेह जैसे गैर-संचारी रोग (एनसीडी) दुनिया भर में मृत्यु दर और विकलांगता का प्रमुख कारण हैं।
यह अध्ययन, जो ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज (जीबीडी) के नवीनतम विश्लेषण पर आधारित है और बर्लिन में विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में भी प्रस्तुत किया गया था, दर्शाता है कि मृत्यु के कारण संक्रामक रोगों से गैर-संचारी रोगों की ओर बढ़ रहे हैं - जो अब दुनिया की कुल मृत्यु दर और रुग्णता का लगभग दो-तिहाई हिस्सा हैं।
इस्केमिक हृदय रोग, स्ट्रोक और मधुमेह को भारत सहित दुनिया भर में मृत्यु दर और रुग्णता के प्रमुख कारणों के रूप में पहचाना गया है। इसके बाद क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, निचले श्वसन संक्रमण और नवजात विकार आते हैं।
1990 में जहां डायरिया संबंधी बीमारियां मृत्यु का प्रमुख कारण थीं, वहीं आयु-मानकीकृत मृत्यु दर (एएसएमआर) 300.53 प्रति लाख जनसंख्या थी, वहीं 2023 में इस्केमिक हृदय रोग के कारण अधिकतम मौतें हुईं, जिसकी एएसएमआर दर 127.82 प्रति लाख जनसंख्या थी।