श्री फतेहगढ़ साहिब/30 अप्रैल:
(रविंदर सिंह ढींडसा)
डॉ. अंबेडकर जागृति वेलफेयर सोसाइटी की ओर से देश भगत यूनिवर्सिटी के सहयोग के साथ भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के उपलक्ष्य में पांचवां मानव जागृति सम्मेलन आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम डीबीयू के चांसलर डॉ. ज़ोरा सिंह और प्रो-चांसलर डॉ. तजिंदर कौर की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित किया गया, जिन्होंने कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों के साथ मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई।
इस सम्मेलन की शुरुआत पर्यावरण जागरूकता और टिकाऊ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए प्रतीकात्मक पौधा वितरण समारोह से हुई। इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित लोगों में पावन वाल्मीकि तीर्थ, अमृतसर से संत बाबा मलकीत नाथ जी और हरदेव सिंह शामिल थे।
इस कार्यक्रम में पूर्व पार्षद और पंजाब के एससीबीसी चेयरमैन हरविंदर वालिया और अंबेडकर महासभा भारत (हरियाणा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष रीना वाल्मीकि ने अपने प्रभावशाली भाषण दिए। दोनों ने समानता और शिक्षा के बारे में डॉ. अंबेडकर के दृष्टिकोण को रेखांकित किया। एडवोकेट नूपुर चैतली और नेहा वालिया ने एक कविता के साथ डॉ. अंबेडकर की विरासत को श्रद्धांजलि दी।इस दौरान राज्य पुरस्कार विजेता बेअंत भामरी और ओम प्रकाश गँबर और राकेश बहादुर जैसे अन्य गणमान्य अतिथियों ने शिक्षा और सामाजिक उत्थान में डीबीयू के योगदान की प्रशंसा की। कार्यक्रम के दौरान कई स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों, पंचायत नेताओं और आस-पास के गांवों के शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। सम्मेलन का समापन अंबेडकर जागृति वेलफेयर सोसाइटी द्वारा डॉ. ज़ोरा सिंह के लिए एक विशेष सम्मान समारोह के साथ हुआ, जिसमें डॉ. अंबेडकर के न्याय, स्वतंत्रता और बंधुत्व के आदर्शों के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई।