नई दिल्ली, 1 मई
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने गुरुवार को वाणिज्यिक एलपीजी की कीमत में 14.50 रुपये प्रति 19 किलोग्राम सिलेंडर की कटौती की, जबकि एयरलाइनों के लिए जेट ईंधन की कीमत में 4.4 प्रतिशत की कटौती की गई।
एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमत में लगभग 3,954.38 रुपये प्रति किलोलीटर (1,000 लीटर) की कटौती कर इसे 85,486.80 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिया गया, जो एयर इंडिया और इंडिगो जैसी वाणिज्यिक एयरलाइनों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि ईंधन उनकी परिचालन लागत का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा है।
यह कटौती 1 अप्रैल को की गई 6.15 प्रतिशत (5,870.54 रुपये प्रति किलोलीटर) की भारी कटौती के बाद की गई है। इन दो कटौतियों ने इस साल की शुरुआत में हुई मूल्य वृद्धि की प्रभावी रूप से भरपाई कर दी है।
ईंधन की कीमतों में कमी वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के चार साल के निचले स्तर पर पहुंचने की पृष्ठभूमि में आई है, जिसमें बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 63 डॉलर प्रति बैरल के आसपास मँडरा रहा है, जो अप्रैल 2021 के बाद सबसे कम है। वैश्विक मंदी के बीच मांग में कमी आने के कारण तेल की कीमतों में गिरावट आई है। वैश्विक मंदी के बीच मांग में कमी आने के कारण तेल की कीमतों में गिरावट आई है। दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादकों में से एक सऊदी अरब ने भी संकेत दिया है कि वह आपूर्ति में और कटौती करके तेल की कीमतों को नहीं बढ़ाएगा क्योंकि वह कम कीमतों की लंबी अवधि का सामना करने के लिए तैयार है। यह ओपेक तेल कार्टेल के कीमतों को प्रभावित करने के रास्ते में आने की उम्मीद है।