तिरुवनंतपुरम, 27 मई
तेज हवाओं के साथ मानसून की बारिश केरल में जारी है, जिससे पूरे राज्य में व्यापक नुकसान हुआ है।
राज्य के विभिन्न हिस्सों से पेड़ उखड़ने, घर की दीवार गिरने और बिजली के शॉर्ट सर्किट की कई घटनाएं सामने आई हैं।
पिछले सप्ताह 24 मई को मानसून की शुरुआत के बाद से तीन लोगों के हताहत होने की खबर है, जिसके बाद राज्य सरकार ने राज्य के प्रभावित जिलों में एक दर्जन राहत शिविर खोले हैं।
मंगलवार को सबसे बड़ी बाधा केरल में गिरे पेड़ों के कारण रेल की पटरियाँ अवरुद्ध होने के कारण ट्रेन सेवाओं में देरी रही। परिणामस्वरूप, कई ट्रेनें निर्धारित समय से चार से पाँच घंटे देरी से चल रही हैं।
स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार सुबह त्रिशूर, कोझीकोड और कन्नूर जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई।
त्रिशूर के वेल्लनिकारा में सबसे अधिक 114.7 मिमी बारिश दर्ज की गई, उसके बाद कोझिकोड शहर में 113.4 मिमी और कन्नूर में 113.2 मिमी बारिश हुई।
राज्य के लोक निर्माण विभाग मंत्री पी.ए. मोहम्मद रियास ने नुकसान का आकलन करने के लिए कोझिकोड के पास रेलवे ट्रैक का दौरा किया।
"हमने रेलवे को पहले ही यह सुनिश्चित करने के लिए सचेत कर दिया है कि पटरियों के किनारे पेड़ों का उचित प्रबंधन किया जाए। अप्रैल की शुरुआत में ही जनप्रतिनिधियों के साथ बैठकें और समीक्षा सत्र आयोजित किए गए थे। हालांकि, इस बार मौसम में भारी बदलाव आया है, जो चुनौती का हिस्सा है," रियास ने कहा।