*लंदन/नई दिल्ली, 30 मई 2025।*
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने लंदन में आयोजित आइडियाज फॉर इंडिया 2025 कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के आतंकवाद से गहरे संबंधों को लेकर जमकर घेरा। अपने भाषण में उन्होंने विश्व समुदाय से अपील की कि वह पाकिस्तान को पीड़ित के रूप में देखना बंद करें और उसे आतंकवाद फैलाने के लिए जिम्मेदार मानें। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “झूठ और कर्ज साथ-साथ नहीं चल सकते। कूटनीति और छल-कपट साथ नहीं हो सकते। आतंकवाद और टॉलरेंस दोनों साथ नहीं चल सकते। औऱ खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।”
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष पाकिस्तान को रोके मदद
राघव चड्ढा ने विश्व समुदाय से पाकिस्तान को दी जाने वाली सभी तरह की आर्थिक और अन्य मदद को तत्काल रोकने की मांग की। उन्होंने कहा, “भारत स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और रिसर्च में निवेश कर रहा है। लेकिन पाकिस्तान केवल सैन्य ताकत और कट्टरपंथ में निवेश कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) को यह सोचना चाहिए कि पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद कहां जा रही है। क्या यह पैसा स्वास्थ्य, शिक्षा, या इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में खर्च हो रहा है? यह समय है कि दुनिया को यह समझना होगा कि झूठ और कर्ज एक साथ नहीं चल सकते।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान की नीतियां और आतंकवाद को बढ़ावा देने की उसकी रणनीति क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए खतरा हैं। उन्होंने विश्व समुदाय से अपील की कि वह पाकिस्तान की असलियत को समझें और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाए।
*ऑपरेशन सिंदूर ने कायम की मिसाल *
आप सांसद राघव चड्ढा ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर को सीमा-पार आतंकवाद के खिलाफ एक मिसाल बताया। उन्होंने इसे सटीक रणनीति और नैतिकता का शानदार उदाहरण बताया। उन्होंने कहा, “भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए एक शांतिपूर्ण, सटीक, और एक सुनियोजित जवाब दिया। हमने सीमा पार पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ढांचे को निशाना बनाया, न कि नागरिकों या सैन्य ठिकानों को। यह भारत की ताकत और आत्मनिर्भरता का प्रमाण है।”
उन्होंने आगे कहा, “भारत हमेशा शांति और दोस्ती का पक्षधर रहा है, लेकिन अगर कोई गलत हरकत करता है, तो हमारा दोस्ती का हाथ प्रतिशोध की मुट्ठी में बदल सकता है।” ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल भारत की सैन्य क्षमता को दिखाया, बल्कि स्वदेश में ही बने हथियारों की ताकत का जलवा पूरी दुनिया ने देखा।
"आतंकवाद" निर्यात करता है पाकिस्तान
भारत एक बहुध्रुवीय दुनिया (India in a Multipolar World) विषय पर चर्चा के दौरान हिस्सा लिया, आप सांसद राघव चड्ढा ने भारत की रणनीतिक स्वतंत्रता, वैश्विक प्रभाव, और ग्लोबल नॉर्थ व साउथ के बीच ब्रिज की भूमिका पर अपने विचार रखे। राघव चड्ढा ने अपने भाषण में भारत की आर्थिक ताकत को भी दुनिया के सामने रखा। उन्होंने कहा, “आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जब दुनिया व्यापार और सप्लाई चेन को मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है, तब भारत एक बड़े डेवलपमेंट सेंटर के तौर पर उभर रहा है। जहां भारत सॉफ्टवेयर, शिक्षा, और तकनीक का एक्सपोर्ट करता है, वहीं पाकिस्तान केवल एक चीज का निर्यात करता है, और वह है आतंकवाद।”
उन्होंने कहा कि भारत न केवल आर्थिक विकास में योगदान दे रहा है, बल्कि भू-राजनीतिक स्थिरता में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
भारत-यूके साझेदारी को मजबूत करने का अवसर
आप सांसद ने भारत और यूनाइटेड किंगडम (यूके) के बीच गहरे संबंधों पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक परिदृश्य बदल रहे हैं। ऐसे में भारत और यूके के पास अपने रिश्तों को और मजबूत करने का सुनहरा मौका है। यूके-भारत मुक्त व्यापार समझौता (FTA) इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल व्यापार को बढ़ावा देगा, बल्कि दोनों देशों के बीच तकनीकी और रणनीतिक सहयोग को भी गहरा करेगा।”
उन्होंने इस कॉन्फ्रेंस को भारत के अगले दशक के लिए व्यापार, निवेश, और नीतिगत विचारों को बढ़ावा देने का मंच बताया। उन्होंने कहा, “मैं इस आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ भारत के विकास के अगले कदमों पर चर्चा करने के लिए उत्साहित हूं।”
‘आइडियाज फॉर इंडिया’ का फोकस है भारत का विकास
आइडियाज फॉर इंडिया कॉन्फ्रेंस का आयोजन यूके के प्रतिष्ठित थिंक टैंक ब्रिज इंडिया ने लंदन के रॉयल लैंकेस्टर में किया है। यह कॉन्फ्रेंस इंडिया वीक का मुख्य हिस्सा है, जो भारत के आर्थिक और वैश्विक विकास पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण मंच है। इसमें 1,100 से अधिक नीति निर्माता, उद्योगपति, निवेशक, शिक्षाविद, और भारतीय डायस्पोरा के लोग शामिल हुए। इंडिया वीक हर साल दुनिया भर से नीति निर्माताओं, उद्योगपतियों, और शिक्षाविदों को एक मंच पर लाता है। इस कॉन्फ्रेंस में पहले भी कई बड़े नाम शामिल हो चुके हैं, जैसे यूके की उप-प्रधानमंत्री एंजेला रेनर, भारत के पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन, शेल के पूर्व चेयरमैन लॉर्ड जॉन ब्राउन, और यूके हाउस ऑफ कॉमन्स व हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य। यह मंच भारत के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए नए विचारों को सामने लाने का अवसर देता है।
एशियन लीडरशिप कॉन्फ्रेंस में भी घेरा था पाकिस्तान को
इससे पहले इसी महीने 21 मई को राघव चड्ढा ने दक्षिण कोरिया के सियोल में आयोजित एशियन लीडरशिप कॉन्फ्रेंस 2025 में पहलगाम में हुए पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ करते हुए कहा था, “भारत अब आतंकवाद के खिलाफ केवल शोक व्यक्त नहीं करता, बल्कि सटीक और निर्णायक सैन्य कार्रवाई के जरिए जवाब देता है। भारत शांति में विश्वास करता है, लेकिन आतंकवाद का समर्थन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”